Material : Oil on canvas
Dimension : 16"×20"
In Conversation with Maaâ€A Subject to Ponderâ€
It doesn't matter whether I am sad or happy,
What matters is your silence
It doesn't matter whether I am pure or a sinner,
What matters is how equally you treat every soul
It doesn't matter how rich or poor I am
What matters is how unconditional your blessing is
It doesn't matter how literate or stupid I am
What matters is who educates me
It doesn't matter how right or wrong things are
What matters is even a leaf can't move without your assent
It doesn't matter how much real history is
What matters is how it can be used for the betterment of humanity
You may pardon me or take away my life
But I will worship you in my own way
"माठसे मेरी वारà¥à¤¤à¤¾- चिंता का विषय"
मैं खà¥à¤¶ हà¥à¤ या नाराज, ये मायने नहीं रखता।
तॠखामोश है,ये चिंता का विषय है।
मैं पापी हà¥à¤ या पà¥à¤£à¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾,ये मायने नहीं रखता।
तेरी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ à¤à¤• समान है,कि नहीं ये चिंता का विषय है।
मैं अमीर हूठया गरीब ,ये मायने नहीं रखता।
तॠबिना चढावे के कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ करती हो या नहीं,ये चिंता का विषय है।
मैं गà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤¿ हà¥à¤ या मà¥à¤°à¤–, ये मायने नहीं रखता।
तेरा पाठपढाने वाला कौन है?ये चिंता का विषय है।
कà¥à¤¯à¤¾ सही है,कà¥à¤¯à¤¾ गलत? ये मायने नहीं रखता।
तेरी मरà¥à¤œà¥€ के बिना à¤à¤• पतà¥à¤¤à¤¾ à¤à¥€ नहीं हिल सकता,ये चिंता का विषय है।
इतिहास सही है या गलत,ये मायने नहीं रखता।
मानवता के हित में इसे संशोधित किया जा सकता है,कि नहीं,ये घोर चिंता का विषय है।
माà¤, मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤·à¤®à¤¾ कर या पà¥à¤°à¤¾à¤£ ले ले।
मैं तेरी अराधना अपने तरिके से ही करूà¤à¤—ा।
-पंकज की डायरी का à¤à¤• अंश
Country of Origin - India